संरक्षा है अटल शस्त्र जो कभी न धोखा देती।
यदि इसका सम्मान करो खुशियाँ जीवन में भरती।।
संरक्षा का रखो ध्यान यदि चाहो आप सफलता,
सच्चे मन से अपना लो कोई नहीं रहेगी शंका।
दुर्घटना से अभय दान संरक्षा सबको देती।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
नियमों का सम्मान करोगे अगर मित्र जीवन में,
कभी न मन हो मलिन हमेशा ख़ुशी मिले कर्मों में।
दुर्घटना से रहित सफर संरक्षा सफल बनाती।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
मन में हो संकल्प रेल दुर्घटना शून्य करेंगे,
नियमों से हम विमुख कभी जीवन में नहीं रहेंगे।
पग - पग पर जीवन की धारा संरक्षा से चलती।।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
No comments:
Post a Comment