'सीटी' की भाषा से हम, सबको अवगत करवाते हैं,
चार दशमलव पांच शून्य, नियमों का ज्ञान कराते हैं|
चार दशमलव पांच शून्य, नियमों का ज्ञान कराते हैं|
'छोटी - सीटी एक' बजे, तो गाडी चलने वाली है,
अगले पिछले इंजिन के, चालक की जम्मेदारी है|
अगले पिछले इंजिन के, चालक की जम्मेदारी है|
अगर गार्ड या स्टेशन, सिग्नल एक्सचेंज नहीं करता,
'दो छोटी - सीटी' की भाषा, में यह बात बतानी है|
'दो छोटी - सीटी' की भाषा, में यह बात बतानी है|
'लम्बी - छोटी' गार्ड ब्रेक से मुक्त करो अपनी गाडी,
स्टेशन या बीच खंड से, गाडी चलने वाली है|
स्टेशन या बीच खंड से, गाडी चलने वाली है|
'तीन बजे छोटी सीटी', तो गार्ड तुम्हें बतलाती है,
ब्रेक लगाओ पीछे से, नहीं गाडी रुकने वाली है|
ब्रेक लगाओ पीछे से, नहीं गाडी रुकने वाली है|
दुर्घटना-अवरोध-खराबी, गाडी नहीं हो चलने वाली,
'चार' बजाकर छोटी सीटी, प्रोटेक्शन करवाना है|
'चार' बजाकर छोटी सीटी, प्रोटेक्शन करवाना है|
'लम्बी-लम्बी-छोटी-छोटी', सीटी अगर सुनाई देती,
गार्ड तुरत तैयारी कर, इंजिन पर तुमको जाना है|
गार्ड तुरत तैयारी कर, इंजिन पर तुमको जाना है|
टोकन नहीं मिला है या फिर, प्राधिकार प्रस्थान गलत है,
'छोटी - लम्बी - छोटी' सीटी, यह सन्देश बताती है|
'छोटी - लम्बी - छोटी' सीटी, यह सन्देश बताती है|
तीन बजे लम्बी सीटी, जब आई बी एस खराब हुआ हो,
स्वचल रोक सिग्नल को भी, जब पार करो यह आती है|
स्वचल रोक सिग्नल को भी, जब पार करो यह आती है|
कोहरा-गेट-टनल-स्टेशन, 'लगातार लम्बी सीटी' सुन,
प्रोटेक्शन को गए व्यक्ति को, भी वापस आ जाना है|
प्रोटेक्शन को गए व्यक्ति को, भी वापस आ जाना है|
'लम्बी-छोटी-लम्बी-छोटी', गाडी टूट गयी है समझो,
रेल - खंड पर खंडित गाडी, का सन्देश सुनती है|
रेल - खंड पर खंडित गाडी, का सन्देश सुनती है|
खतरे की ज़ंजीर खिंचे, या प्रैसर काम हो जाए कभी,
'छोटी - छोटी - लम्बी' सीटी, से सबको बतलाना है|
'छोटी - छोटी - लम्बी' सीटी, से सबको बतलाना है|
सिग्नल अगर खराब मिला, तब सबको यह बतलाना है,
'लम्बी - छोटी - छोटी सीटी', का संकेत सुनाना है|
'लम्बी - छोटी - छोटी सीटी', का संकेत सुनाना है|
उल्लंघन है पार 'तीन लम्बी सीटी' यह कहती है,
'बारबार छोटी सीटी' खतरे का भान कराती है|
"संरक्षा दर्शन के अंक-३२ में प्रकाशित"
'बारबार छोटी सीटी' खतरे का भान कराती है|
"संरक्षा दर्शन के अंक-३२ में प्रकाशित"
2 comments:
Superb! Expecting more such poems in near future.
Good ashok sharma ji
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