Friday, November 13, 2015

शंटिंग



इंजन-कोच-माल डिब्बों को
गाड़ी से कभी जोड़ो तोड़ो।
एक लाइन से अगर दूसरी
लाइन पर प्रस्थान करो।।1।।
शंटिंग करते समय हृदय में
बस इतनी सी बात रखो।
अधिकृत नियम और निर्देशों
का क्रम से अनुसरण करो।।2।।
शंटिंग के जो नियम बने
उनका न कभी उल्लंघन हो।
अगर प्रकट  दुविधा मन में
कभी नहीं प्रस्थान करो।।3।।
असमंजस से बचो हमेशा
अन-होनी से दूर रहो।
पाँच दशमलव तेरह चौदह
नियमों का अध्ययन करो।।4।।
मुख्य लाइन पर जाकर जब भी
शंटिंग का निष्पादन हो।
पाठ आठ नियमो की पुस्तक
का मन में आधार करो।।5।।
हे ! "संरक्षा वीर" हृदय में
ऐसा तुम संकल्प करो
दुर्घटना हो दूर रेल से
खुशियों का विस्तार करो।।6।।

Sunday, September 13, 2015

संरक्षा

संरक्षा है अटल शस्त्र जो कभी न धोखा देती।
यदि इसका सम्मान करो खुशियाँ जीवन में भरती।।
संरक्षा का रखो ध्यान यदि चाहो आप सफलता,
सच्चे मन से अपना लो कोई नहीं रहेगी शंका।
दुर्घटना से अभय दान संरक्षा सबको देती।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
नियमों का सम्मान करोगे अगर मित्र जीवन में,
कभी न मन हो मलिन हमेशा ख़ुशी मिले कर्मों में।
दुर्घटना से रहित सफर संरक्षा सफल बनाती।
यदि इसका सम्मान करो...................।।
मन में हो संकल्प रेल दुर्घटना शून्य करेंगे,
नियमों से हम विमुख कभी जीवन में नहीं रहेंगे।
पग - पग पर जीवन की धारा संरक्षा से चलती।।
यदि इसका सम्मान करो...................।।