Sunday, August 14, 2011

रेल सेवक

रेल सेवक का ऐसा काम होना चाहिए,
हर हालत में अब्वल ही मुकाम होना चाहिए|
ड्यूटी पर तैनात बिल्ला वर्दी का हो साथ,
साफ़ सुथरा सा उसका स्वरुप होना चाहिए|
शिष्ट, सभ्य, चुस्त दिखने में तंदरुस्त,
अपने काम का भी उसे पूरा ज्ञान होना चाहिए|
लोगों की मदद कर पूरी जानकारी दे दे,
सेवा में ना कोई निजी स्वार्थ होना चाहिए|
पूछे कोई नाम उसे समझे आपकी शान,
जो भी करता उस काम का गुमान होना चाहिए|
कहीं ऐसा हो अनुमान जिसमें रेल का नुकसान,
मालुम पड़े तो वरिष्ठ को सन्देश देना चाहिए|
दुर्घटना अवरोध ऐसा हो यदि कोई योग,
उसको दूर करने में सहयोग होना चाहिए|

कभी हो जो आस-पास किसी खतरे का आभाष,
उसे संरक्षा के साथ फ़ौरन रोक देना चाहिए|
मेरा पूरा है विश्वास अपनी रेलवे के पास,
हर "कर्मवीर" ऐसा ही "प्रवीण" होना चाहिए|